भारतीय किसान यूनियन(शंकर) का धनौरा तहसील में धरना प्रदर्शन, बिजली सहित सरकारी कार्यालयों में बंद हो उगाही, हाइवे पर बंद किए जाए मौत के कट

Time Report Amroha : मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन(शंकर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह के नेतृत्व में संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर धनौरा तहसील में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान धरने में शामिल सैकड़ों पुरुष व महिला कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय तक पैदल मार्च निकालते हुए जमकर नारेबाज़ी भी की। वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंची धनौरा एसडीएम चंद्रकांता को भाकियू शंकर के पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया है।

भारतीय किसान यूनियन(शंकर)  शंकर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा ग्रामीण फ़ीडरों का ग्रामीण फ़ीडर स्टेटस समाप्त करके इन्हें शहरी फ़ीडर घोषित किए जाने की तैयारी है एवं शहरी दर लागू की जा रही है, जिसका भाकियू शंकर संगठन कड़ा विरोध करता है। किसानों को निर्बाध खेती के लिएं 10 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाए और किसी भी किसान का कनेक्शन न काटा जाए।

बंद हो डिशकनेक्शन की आड़ में हो रही वसूली
डिशकनेक्शन की आड़ में संविदा कर्मियों व जेई द्वारा जो अवैध उगाही की जा रही उसको तत्काल बंद कराया जाए। संविदा कर्मियों द्वारा अवैध तरीके से पैसे लेकर ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू लाइन से अवैध तरीके से ट्यूबवेल लाइन को बिजली सप्लाई दी जा रही है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। साथ ही तहसील धनौरा के आजमपुर में चकबंदी प्रक्रिया में लगभग 300 किसानों की ज़मीन झील में दर्शा दी गई है जबकि वो किसानों के नाम खसरा खतौनी में दर्ज़ है, जब तक इस समस्या का समाधान नहीं होता है तब तक चकबंदी क्रिया प्रक्रिया को तत्काल रोका जाना चाहिए।

चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि रजिस्ट्री ऑफिस, तहसील, ब्लॉक, व विद्युत विभाग को भृष्टाचार मुक्त किया जाए। नकली जीवन रक्षक दवाओं व मिलावटी घी- तेल-दूध और कृषि उपयोग में होने वाले नकली पेस्टिसाइड को तत्काल बंद कराया जाना चाहिए। किसानों के गन्ने का समस्त अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज़ समेत तत्काल दिलाया जाए।

हाइवे पर बंद हो मौत के कट
मध्य गंगा नहर फेस 2 में पानी छुड़वाया जाए, साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पर ब्रजघाट से मुरादाबाद तक सभी अवैध कटों को तत्काल बंद कराया जाए जिस से भीषण दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने आगे कहा कि किसानों की खतौनी में उनके हिस्से दर्ज़ कर नई खतौनी बनाई गई है जिनमे राजस्व पोर्टल पर आधे से ज्यादा किसानों के नाम, पिता का नाम व हिस्सा ग़लत तरीके से दर्ज़ हो गया है। किसान उसको ठीक कराने की बात लेखपाल से कहता है तो किसानों को उपजिलाधिकारी कोर्ट में मुकदमा डालने की बात कही जाती है, किसान मुकदमा क्यों डाले ? यह किसान की गलती थोड़ी है, इस तरह की त्रुटियों को प्रदेश भर में गांव गांव लेखपालों को अभियान चलाते हुए सही कराया जाना चाहिए।

गजरौला में ट्रामा सेंटर, तिगरी में विद्युत शवदाहगृह की मांग
वहीं औद्योगिक नगरी ग़जरौला में ट्रामा सेंटर की स्थापना के साथ ही तिगरी से ब्रजघाट तक गंगा रिवर फ्रंट बनाते हुए पर्यटक स्थल के रूप में विकसित कराया जाए, साथ ही तिगरी में एक विद्युत शवदाहगृह बनाया जाना चाहिए। छुट्टा व आवारा गौवंशीय पशुओं के द्वारा फसलों का नुकसान व इनके हमलों से लगातार मौतें हो रही हैं, छुट्टा पशुओं के द्वारा दुर्घटना होने पर मृतक आश्रितों को 10 लाख रुपयों का मुआवज़ा दिया जाए तथा खूंखार कुत्तों ओर बंदरों के आतंक रोकने के लिएं भी उचित प्रबंध किया जाए।

धरना प्रदर्शन में ये लोग रहे मौजूद
सत्यपाल सिंह जिलाध्यक्ष, मंजीत सिंह(प्रदेश मीडिया प्रभारी ), चौधरी धर्मवीर सिंह जिला संरक्षक सिमरनजीत सिंह, उदयवीर सिंह, चौधरी नेमपाल सिंह, अनिल भटनागर, सुरेंद्र गुर्ज़र, सोनू गुर्ज़र, दीपक गुर्ज़र, समरपाल सिंह, प्रियंका भटनागर, पूनम रानी, पूनम चौधरी, बबिता रानी, सत्यवीर सिंह, जन्म सिंह, सुधीर चौहान, मेजर सिंह, सुरेंद्र गुर्ज़र समेत सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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