Time Report Amroha : यूपी के अमरोहा में एक राशन डीलर तीन हजार लोगों का राशन डकार गया। ग्रामीणों की शिकायत पर डीलर के यहां टीम जांच को पहुंची तो मामला पकड़ में आया। पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने आरोपी राशन डीलर के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा कायम कराया हैं।
मामला अमरोहा के मंडी धनौरा तहसील के गांव फंदेड़ी सादात का हैं। यहां कमाल हैदर राशन डीलर हैं। बताया जाता है कि यहां के ग्रामीण काफी समय से राशन डीलर पर कालाबाजारी के आरोप लगा रहे थे, हर बार अफसर ग्रामीणों की शिकायतों को अनदेखा कर देते थे।
जांच को पहुंचे अफसर भी पड़ गए हैरत में
पूर्ति निरीक्षक प्रीति शर्मा ने बताया कि गांव फंदेड़ी सादात के राशन विक्रेता कमाल हैदर के खिलाफ राशन वितरण में गड़बड़ी करने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। शुक्रवार को एआरओ जगवीर सिंह और पूर्ति निरीक्षक ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में दुकान की स्थिति देखकर दोनों अधिकारी हैरत में पड़ गए। दुकान में करीब दो क्विंटल गल्ला मौजूद था। जबकि, रिकार्ड के अनुसार करीब 180 क्विंटल गल्ला मौजूद होना चाहिए था।
हर माह मिलता 130 क्विंटल गल्ला
पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि फंदेड़ी के राशन विक्रेता को कार्डधारकों को बांटने के लिए करीब 130 क्विंटल गल्ला हर माह मिलता है। पिछले माह करीब 50 क्विंटल गल्ला दुकानदार के पास अवशेष था । पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि अब राशन कार्डधारकों को ई- पॉस मशीन में एंट्री के बाद ही राशन का सामान मिलता है।
जांच में गायब मिला तीन हजार लोगों का राशन
गांव में राशन डीलर की जांच को पहुंची टीम भी उस वक्त हैरत में पड़ गई जब दिसंबर माह का गल्ला गोदाम में नही मिला। गोदाम में करीब 180 क्विंटल गल्ला होना चाहिए था। जो तीन हजार लोगों को बंटना था।
ई-पॉस मशीन से पकड़ में आया मामला
ई-पॉस मशीन के मुताबिक शुक्रवार को राशन विक्रेता के पास करीब 180 क्विंटल गल्ला मौजूद होना चाहिए था, जो नहीं मिला। पूर्ति निरीक्षक ने दावा किया कि राशन विक्रेता ने राशन का सामान की कालाबाजारी की बात स्वीकार की है। पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि राशन डीलर कमाल हैदर के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जांच में गायब मिला तीन हजार लोगों का राशन
गांव में राशन डीलर की जांच को पहुंची टीम भी उस वक्त हैरत में पड़ गई जब दिसंबर माह का गल्ला गोदाम में नही मिला। गोदाम में करीब 180 क्विंटल गल्ला होना चाहिए था। जो तीन हजार लोगों को बंटना था।