Time Report Amroha : अमरोहा के उझारी में ईद मीलादुन्नबी पर मुहम्मदी जुलूस निकाला गया। आका की आमद मरहब्बा, लब्बैक या रसूल अल्लाह के नारों से फिजा गूंज उठी। जुलूस में नात व मनक़बत की सदाऐं बुलंद हो रही थीं। इस दौरान जगह जगह पर हलवे का भी वितरण किया गया।
सोमवार को उझारी के मौहल्ला कुरैशियान स्थित मदरसा बशीर उल उलूम से सदर मदर्रिस क़ारी आबिद अली रज़वी के नेतृत्व में जुलूस ए मुहम्मदी प्रारंभ हुआ। जुलूस प्रारंभ होकर हुसैनी चौक पहुंचा, जहां पर अंजुमन गुलमान ए मुस्तफा, अंजुमन नूर ए मुस्तफा, अंजुमन फिदायाने मुस्तफा, अंजुमन आशिकाने मुस्तफा का जुलूस भी इस जुलूस में शामिल हो गया।
वहां से यह जुलूस नात ख्वानी एवं दुरूद ए पाक पढ़ते हुए मौहल्ला सादात, मोहल्ला कुरैशियान होता हुआ लक्कड़ शाह के इमामबाड़े पर पहुंचा। जहां पर मदीना मस्जिद का जुलूस भी इस जुलूस में शामिल हो गया। यहां से यह जुलूस मौहल्ला पठानान, चांदनी चौक, भाटों वाला कुआं, मैन मार्केट, पुलिस चौकी, मौहल्ला महल, टीपू चौक होता हुआ दरगाह हजरत शेख दाऊद रह. में पहुंचा।
यहां पर मुफ्ती नाज़िर रज़ा व मुफ्ती अख्तर रज़ा रिजवी ने लोगों को खिताब फरमाते हुए बताया कि अरबी साल के तीसरे महीने रबी उल अव्वल की 12 तारीख को हजरत मुहम्मद साहब अरब देश के शहर मक्का में हजरत अब्दुल्ला के घर इस दुनिया में तशरीफ लाए। उस वक्त दुनिया में जहालत का अंधेरा था। हजरत मुहम्मद साहब ने लोगों को अच्छा रास्ता दिखाया और इल्म की रोशनी से उनका रहनुमाई की।
जुलूस में अंजुमन ग़ुलामाने मुस्तफा की ओर से बनाई गई खाना ए काबा की शबीह एवं डा. जहीर जर्राह की ओर से बनाई गई रसूल के रोज़े की शबीह मुख्य आकर्षण का केंद्र रहीं। जुलूस में जगह-जगह फल व हलवा आदि वितरण किये जा रहे थे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से क़ारी आबिद अली, मुफ्ती नाज़िर रजा, कारी फहीम, कारी मुरसलीन, पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांठ विधायक कमाल अख्तर, बब्बी चौधरी, अतहर एहसान, फहीम महल, अदनान महल, जफर सलमानी, मोईन सलमानी, रहीमुद्दीन साबरी, अलाउद्दीन सैफी, फिरोज मुख्तार, निज़ामुद्दीन सैफी, आफाक़ पठान, रहीस कुरैशी, आरिफ धुमा, नासिर एडवोकेट, हकीम चमन, शाकिर मसुदी, चमन हैदर, इफ्तेखारुलहसन, वसीम कुरैशी आदि हजारों की भीड़ मौजूद रही।