Time Report Muzaffarnagar : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कावड़ यात्रा मार्ग पर होटल-ढाबों, दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के फैसले पर रालोद (RLD) प्रमुख व केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि योगी सरकार द्वारा यह फैसला बिना सोचे समझे जल्दबाजी में लिया गया हैं। सरकार को इसे अब वापस ले लेना चाहिए। लेकिन सरकार अपने फैसले पर टिकी हुई है जो गलत हैं। उन्होंने कहा कि अब कहां-कहां अपना नाम लिखे। क्या अपने कुर्ते पर भी नाम लिख लें, नाम देखकर हाथ मिलाओगें मुझे से ?
योगी सरकार द्वारा लिए गए नाम लिखने के फैसले पर सिर्फ विपक्ष ही नही NDA के सहयोगी दल भी सहमत नही हैं। रालोद के साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी, जदयू खुलकर विरोध दर्ज कराकर चुके है। रविवार को मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम में पहुंचे रालोद प्रमुख व केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि कावड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु गंगा जल लेकर आते है और उनकी सेवा में बड़ी तादाद में लोग जुटते है लेकिन कोई यह नही पूछताछ उसकी जाति और धर्म क्या हैं।
जयंत चौधरी ने कहा कि खतौली में बर्गर किंग और अन्य ब्रांड के रेस्टोरेंट है अब ये क्या नाम लिखेंगे। बहुत से ब्रांड है जो इस नाम से संचालित है। क्या अब कुर्ते पर भी नाम लिखना होगा। कहां-कहां नाम लिखें।
जयंत चौधरी ने कहा कि योगी सरकार का यह जल्दबाजी में और बिना सोचे समझे लिया गया फैसला है। सरकार को जल्द ही इसे वापस लेना चाहिए। क्या धर्म और जाति पूछकर किसी से हाथ मिलाया जाएगा। यह ठीक नही हैं। रालोद का शुरुआत से ही स्टैंड क्लियर है। प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार के नाम लिखने के फैसले पर स्थिति साफ कर दी थी। हम इसके खिलाफ है। हमारा भी वहीं स्टैंड हैं।
क्या हैं आदेश
22 जुलाई से कावड़ यात्रा शुरू हो रही है। इससे पहले मुजफ्फरनगर पुलिस कावड़ मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों व रेहड़ी वालों पर उनका नाम अंकित करा रही है। शुरुआत में यह आदेश मुजफ्फरनगर जिले के लिए था लेकिन 19 जुलाई को सीएम योगी ने इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया। उनका तर्क था कि इस आदेश का मकसद कावड़ियों की शुचिता बनाए रखना हैं।