Time Report Hapur : पिछले दो दिन से हापुड़ एसपी-एएसपी सहित कोतवाल पर गिरी गाज का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। ऐसा क्या हुआ था कि गाज गिरने के कुछ घंटों के बाद ही एसपी को रिलीव कर रात भर के लिए आईजी को जिले की कमान सौंप दी गई। 48 घंटे के बाद अब एसएचओ पर भी कार्रवाई की गाज गिर गई है। माना जा रहा कि सीओ पर भी कार्रवाई होना तय हैं। कुछ मिनटों में ही जिले के आला अफसरों पर हुए एक्शन को लेकर कोई भी बड़ा अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही हैं।
क्या था मामला
दरअसल बिजनौर जनपद के चांदपुर निवासी जुबैदा खातून के कमर के पिछले हिस्से ने काम करना बंद कर दिया है। बीती 25 जून को बेटे जावेद ने अपनी मां को हापुड़ के रामा मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया था। जांच के बाद डॉक्टरों ने रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर बताया। 15 दिन पहले डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके ट्यूमर को निकाल दिया। बेटे जावेद का आरोप था कि ऑपरेशन के बाद भी शरीर से खून बहना बंद नही हुआ। जिसके चलते लगातार खून चढ़ाया जा रहा है। जावेद का कहना है कि अब तक 15 यूनिट खून चढ़ चुका था।
क्या हुआ जो पुलिस बुलानी पड़ी
बेटे जावेद का आरोप है कि वह डॉक्टरों से जांच रिपोर्ट की मांग कर रहा था लेकिन डॉक्टर व स्टाफ जांच रिपोर्ट देने में आना कानी करने लगे और मेरे साथ अभद्रता की
तो मैंने दो दिन पहले यानी 16 जुलाई को 112 नम्बर पर पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पीआरवी पुलिस हॉस्पिटल पहुंच गई।
हॉस्पिटल में पुलिस पहुंचने पर ऐसा क्या हुआ?
पुलिस मुझे हॉस्पिटल के थर्ड फ्लोर पर लेकर पहुंची जहां डायरेक्टर बैठते हैं। डायरेक्टर ने दरोगा से कहां, तुम कौन होते हो? क्या कर लोगें तुम? दरोगा ने कहा हम कुछ करने नही आए , हम सिर्फ इन्क्वायरी कर रहे है। इतना कहते ही डायरेक्टर भड़क गए। बोले तुम कौन होते हो, इंक्वारी करने वाले और इसके बाद मुझे और पुलिस को गार्ड के द्वारा धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
बताया जाता है कि डायल 112 पर तैनात दरोगा ने पिलखुवा थाने के कोतवाल को अभद्रता की जानकारी दी। इस पर कोतवाल ने डायरेक्टर से फोन पर बात की तो वह कोतवाल पर भी भड़क गए। इसकी जानकारी कोतवाल ने एसपी अभिषेक वर्मा को दी।
क्यों हुई एसपी की शिकायत
एसपी ने कोतवाल को मेडिकल कालेज के डायरेक्टर को बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार कर थाने लाने का आदेश दे दिया। इसके बाद फिर क्या था कोतवाल भारी फोर्स के साथ मेडिकल कालेज पहुंच गए। सामने आए एक वीडियो फुटेज में करीब 50 पुलिस वाले मेडीकल कालेज में घुसते नजर आ रहे हैं। CCTV तभी का बताया जा रहा जब पुलिस डायरेक्टर को पकड़ने मेडिकल कालेज पहुंची थी।
रात में ही SP-ASP पर क्यों हुआ एक्शन
मेडिकल कालेज में डायरेक्टर को पकड़ने भारी फोर्स संग पुलिस के पहुंचने की जानकारी संस्थान के मालिक डा. सूरज कुशवाहा को हुई थी तो उन्होंने सीएम को सीधा फोन लगा दिया। इतना ही नही उन्होंने पुलिस कार्रवाई की सीसीटीवी फुटेज भी उन्हें भेज दी। फिर क्या था रात को 9: 30 बजे ही हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा और एएसपी राजकुमार अग्रवाल को पद से हटाकर वेटिंग में सूची में डाल दिया गया।
रात भर IG पर रही जिले की कमान
गाजियाबाद में DCP सिटी ज्ञानंजय झा को हापुड़ का एसपी बनाया गया। वहीं गाजियाबाद PAC में तैनात विनीत भटनागर को ASP बनाया गया। हालांकि एसपी बने ज्ञानंजय ने सुबह को चार्ज संभाला लेकिन रात को साढ़े नौ बजे ही अभिषेक वर्मा को हटाने के बाद मेरठ आईजी नचिकेता झा हापुड़ पहुंच चुके थे, जो रात भर वहीं रहे और जिले की कमान उन पर रही।
बताया जाता है कि संस्थान के मालिक कानपुर के रहने वाले हैं। उनकी शासन और सत्ता में खासी पकड़ है। वह मेजर पद से भी रिटायर्ड है। उनके हापुड़ के अलावा कई जगह मेडिकल कालेज चल रहे हैं। प्रदेश में सत्ता किसी की भी रहे कुशवाहा फैमली का धाक रही हैं।