Time Report : मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में बरसात का मौसम शुरू होने वाला है। कई-कई दिनों तक लगातार बारिश होने से पशुधन व फसलों में बीमारी लगने की संभावना बन जाती है। बरसात के मौसम में किसानों को अपनी फसलों और पशुधन की देखभाल के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कि किसानों को किस प्रकार अपनी फसलों और पशुधन को सुरक्षित रखने के उपाय करने चाहिए –
फसलों की देखभाल के उपाय
1. जल निकासी व्यवस्था
खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। नालियों और खेतों में पानी के निकास के लिए पर्याप्त व्यवस्था करें ताकि फसलें पानी में डूबने से बच सकें।
2. समय पर बुआई
फसलों की बुआई समय पर करें और इस बात का ध्यान रखें कि खेत में नमी की सही मात्रा हो। समय पर बुआई से फसलें अच्छी तरह से विकसित हो सकेंगी।
3. बीज का चयन
बरसात के मौसम के अनुसार सही बीजों का चयन करें। जिन फसलों के बीज जलवायु के अनुरूप हों, उनका उपयोग करें।
4. फफूंदनाशक और कीटनाशक का उपयोग
फसलों की सुरक्षा के लिए फफूंदनाशक और कीटनाशक का समय-समय पर छिड़काव करें। यह कीटों और बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है।
5. मिट्टी परीक्षण
फसलों की उर्वरता बनाए रखने के लिए मिट्टी का परीक्षण कराएं और आवश्यकतानुसार खाद और उर्वरक का प्रयोग करें।
पशुधन की देखभाल के उपाय
1. सुरक्षित आवास
पशुओं के लिए सुरक्षित और सूखा आश्रय सुनिश्चित करें। बरसात के दौरान गीले और ठंडे स्थानों से पशुओं को बचाएं।
2. स्वास्थ्य देखभाल
पशुओं को नियमित रूप से टीकाकरण कराएं और किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें।
3. पोषण
पशुओं को पौष्टिक आहार और साफ पानी उपलब्ध कराएं। ध्यान रखें कि पानी में कोई भी अशुद्धि न हो।
4. पैरों की देखभाल
बरसात के दौरान गीली जमीन पर रहने से पशुओं के पैरों में संक्रमण और सड़न का खतरा रहता है। नियमित रूप से उनके पैरों की जांच और सफाई करें।
5. परजीवी नियंत्रण
बरसात के मौसम में परजीवी, जैसे कि जूं और किलनी, का प्रकोप बढ़ सकता है। इनके नियंत्रण के लिए नियमित रूप से उपचार करें।
अतिरिक्त सुझाव
1. मौसम की जानकारी
किसानों को नियमित रूप से मौसम की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और तदनुसार अपनी कृषि गतिविधियों की योजना बनानी चाहिए।
2. आवश्यक सामग्री का भंडारण
खाद, बीज, दवाइयाँ और पशुचारा जैसी आवश्यक सामग्रियों का भंडारण पहले से कर लें ताकि बरसात के मौसम में अचानक किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
3. समुदाय की सहायता
स्थानीय कृषि विशेषज्ञों और समुदाय के अन्य किसानों से सहयोग और मार्गदर्शन प्राप्त करें। आपस में जानकारी और संसाधन साझा करें।
इन सुझावों को अपनाकर किसान बरसात के मौसम में अपनी फसलों और पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और किसी भी प्रकार की हानि से बच सकते हैं।
लेखक नवाब अली सैफी टाइम रिपोर्ट के साथ जुड़े है। वह कृषि में मास्टर डिग्री प्राप्त है। कृषि से सम्बंधित विषयों के जानकार है।