Time Report Amroha : भाकियू शंकर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने अमरोहा जिले चरमराई बिजली व्यवस्था पर कड़ा रोष व्यक्त किया। कहा बिजली नही मिलने से किसानों की फसल सूखने के कगार पर है। गांव से लेकर शहर ट्रिपिंग व कटौती से हाहाकार मचा है। उन्होंने बिजली अफसरों से इसमें सुधार की मांग की है।
भवालपुर बिजली घर पर धरने को संबोधित करते हुए भाकियू शंकर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि भवालपुर बिजली घर पर ओवरलोड के चलते यहां के किसानों को इस समय बिजली सप्लाई नही मिल पा रही है। जिससे किसानों की फसल सूखने की कगार पर है। उन्होंने बिजली अफसरों से भवालपुर बिजली घर के ओवरलोड को तत्काल खत्म किए जाने की मांग की।
पीपली फीडर के बदले जाए जर्जर तार
चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि पीपली कृषि फ़ीडर लाइन के तार 20 से 25 वर्ष पुराने हो चुके है। जिस वजह से आए दिन जर्जर तार टूटते रहते है। जिससे ठीक से आपूर्ति सुचारू नही रहती। किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नही मिलने की वजह से फसलें सूख रही है। उन्होंने कहा कि पीपली फीडर का एरिया बहुत लंबा है। किसान हित में दो फीडर बनाए जाए।
सिवोरा बिजली की हालत सबसे खस्ता
नगर अध्यक्ष विक्रम सिंह पंवार ने कहा कि चरमराई बिजली व्यवस्था के तहत जिले में डिडौली के सिवोरा बिजली घर की हालत आपूर्ति में बेहद खस्ता है। यहां 24 घंटे में मात्र दो घंटे बिजली मिल पा रही है। जिस कारण फसलों की पर्याप्त सिंचाई नहीं होने के चलते किसानों की फसलें सूख कर बर्बाद हो रही हैं। उन्होंने मानसूनी वर्षा होने तक कम से कम कृषि पोषकों पर 10 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जाए।
बिल जमा कर उठाए फ्री योजना का लाभ
जिला संरक्षक चौधरी धर्मवीर सिंह ने कहा कि सभी किसान भाई बिजली विभाग द्वारा चलाई जा रही बिजली बिल योजना का लाभ उठाए। बिजली विभाग द्वारा छूट के साथ नलकूप का बिल जमा करने की 30 जून अंतिम तिथि है। बिल जमा कर किसान 30 जून तक पूरी छूट के साथ अपने नलकूपों का बिजली बिल जमा करके फ्री बिजली योजना का लाभ उठाते हुए केवाईसी करा लें।
मुख्य रूप से ये किसान रहे मौजूद
इस किसन पंचायत में मुख्य रूप से कृपाल सिंह स्वामी जी, मुख्तयार सिंह, विक्रम सिंह पवार, नेमपाल सिंह, मंजीत सिंह, सुधीर बांगा, इंद्रपाल सिंह, सुखपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुग्रीव सिंह, कर्मवीर सिंह, चमन सिंह, अख्तर, गुफरान, पप्पू प्रधान, विपिन, अमर सिंह, कुलदीप सिंह, मोनू, पतराम आदि सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।